"“हम भारत के लोग भारत को एक स्वायत्त, समाज वादी, धर्मनिरपेक्ष प्रजातांत्रिक गणतन्त्र बनाने का दृढ़ता पूर्वक संकल्प करते हैं और हमारा लक्ष्य इसके सभी नागरिकों के लिए हासिल करना है:
- सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय
- विचारों, अभिव्यक्ति, विश्वास, निष्ठा और श्रद्धा की स्वतन्त्रता;
- अवस्था और अवसर की समानता और इसका सभी में संवर्द्धन करना;
- बंधुत्व व्यक्ति की मर्यादा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करना.
भारतीय संविधान की प्रस्तावना से प्रभावित होकर सामाजिक कार्यकर्ताओं, विधिक व्यवसायियों, कारपोरेट व्यवसायियों, चिकित्सा व्यवसायियों और समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के एक समूह ने 2018 में एकत्रित होकर सुहानुभाव फाँउडेशन की स्थापना की ताकि महिलाओं, बच्चो और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की ज़िंदगी में और उनके परिवार और समुदाय में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए जमीनी स्तर पर कार्य किया जा सके।